पंजाब में एक बार फिर बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल एक होने वाले है दोनों पार्टियों का गठबंधन तय माना जा रहा है बस ऐलान होना बाकि है. सूत्रों की माने तो दोनों पार्टियों में चुनाव स्ट्रैटजी से लेकर सीटों के फार्मूला तक सब तय हो चुका है. इसके पीछे कई कारण माने जा रहे है.
जिसमें सबसे बड़ा कारण तो विपक्षियों का महागठबंधन है. बेशक बीजेपी की तरफ से बार-बार दावे किए जाते है कि क्षेत्रीय दलों से उन्हें कोई फायदा नहीं मिलता, लेकिन हकीकत तो कुछ और है.
इस पर पार्टी की मंजूरी लेने के लिए सुखबीर बादल आज चंडीगढ़ में कोर कमेटी से मीटिंग कर रहे हैं। कल उन्होंने जिला प्रधानों और विधानसभा क्षेत्र के इंचार्जों की मीटिंग भी बुलाई है।
गठबंधन हुआ तो फिर सुखबीर बादल या उनकी सांसद पत्नी हरसिमरत कौर बादल में से कोई एक केंद्र की NDA सरकार में फिर मंत्री बनेगा।
सुखबीर केंद्र में शामिल हुए तो उन्हें कृषि मंत्री बनाया जा सकता है। केंद्र सरकार में जल्द कैबिनेट फेरबदल के आसार हैं, उसी में यह फैसला भी हो सकता है।
राजा वड़िंग ने किया दावा
पंजाब में अकाली दल और भाजपा के दोबारा गठबंधन के कयासों में कांग्रेस भी कूद पड़ी है। कांग्रेस के पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने दावा किया कि दोनों का जल्द गठबंधन होगा। असल में अकाली दल और भाजपा हमेशा से एकसाथ थे। दोनों दलों ने किसान आंदोलन के वक्त दिखावे के लिए अलग होने का केवल ड्रामा किया था