क्या कैप्टन, जाखड़, मनप्रीत बादल, बैंस बंधु, राणा सोढ़ी, कांगड़, फतेहजंग बाजवा और इंदर अटवाल जैसे लोग इसका विरोध करेंगे?-भगवंत मान
भाजपा का पंजाब विरोधी और किसान विरोधी चेहरा फिर बेनकाब-भगवंत मान
चंडीगढ़ : केंद्र सरकार द्वारा पंजाब के ग्रामीण विकास फंड पर रोक लगाने और मार्केट फीस में कटौती को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मोदी सरकार के इस तुगलकी फरमान का कड़ा विरोध करते किया और इसके लिए पंजाब के बीजेपी नेताओं पर निशाना साधा।
भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा, ”बीजेपी का पंजाब विरोधी और किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है.. हमारी कोशिशों के बावजूद इस रबी सीजन में मार्केट फीस 3% से घटाकर 2% और RDF 3% से घटाकर 0% कर दिया गया है.” पंजाब को घाटा 250 करोड़ और मार्केट फीस 750 करोड़ आरडीएफ कुल 1000 करोड़।
कैप्टन, जाखड़, मनप्रीत बादल, बैंस बंधु, राणा सोढ़ी, कांगड़, फतेहजंग बाजवा, इंदर अटवाल, जो बीजेपी के नए सदस्य बने हैं, क्या उनमें इतनी हिम्मत है कि इस नुकसान का मुद्दा मोदी जी के सामने उठाएं???
बता दें कि पंजाब की आप सरकार के नेता लगातार केंद्र से इस कोष को जारी करने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि इस पैसे से पंजाब के ग्रामीण इलाकों के इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित किया जाता है, लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया,ग्रामीण विकास निधि के साथ-साथ इस साल रबी सीजन के लिए बनती मार्किट फीस में कटौती के साथ- साथ राज्य के अतिरिक्त 250 करोड़ रुपये पर भी डाका मार लिया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि किसान आंदोलन से बौखलाई मोदी सरकार राज्य और उसके किसानों से प्रतिशोध की भावना से पंजाब के खिलाफ फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा पंजाब को एक हजार करोड़ रुपये देने से इनकार करने के फैसले ने पंजाब और किसानों के प्रति उसकी कड़वाहट को उजागर कर दिया है।
मान ने कहा कि मोदी सरकार यह भूल गई है कि यह वही पंजाब है,जिसने कभी भूखे देश का पेट भरा था, लेकिन बदले में हमें केंद्र द्वारा हमेशा धोखा दिया गया। उन्होंने पंजाब भाजपा के नेताओं को भी नसीहत दी और कहा कि राज्य के भाजपा नेताओं को मोदी सरकार के तानाशाही रवैये का विरोध कर पंजाब के हक के लिए आवाज उठाने का साहस दिखाना चाहिए।