आम आदमी पार्टी बताए कि उसने दलितों के साथ भेदभाव क्यों किया: जसबीर सिंह गढ़ी

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सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ सभी आरोप हताशा में लगाए गए हैं, क्योंकि आप पार्टी ने महसूस कर लिया कि दलित इसके खिलाफ हो गए हैं: डाॅ.सुखविंदर कुमार सुक्खी

जालंधर/08मई: बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष जसबीर सिंह गढ़ी ने आज कहा है कि आम आदमी पार्टी को बताना चाहिए कि उसने दलितों को नौकरी देने से इंकार कर और अनुसूचित जाति कल्याण के लिए अनुसूचित जाति सब प्लान के तहत फंड आवंटित नही करके उनके साथ भेदभाव क्यों किया, तथा इसके बजाय झूठे आरोप लगाकर समुदाय को मुर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया पर लगाए गए आरोपों को झूठा करार देते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि सच्चाई यह हैं कि आप पार्टी ने कल दयालपुरा गांव में मंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की थी, जो विफल रही , इसीलिए अब इसे दूसरा रंग देने का प्रयास किया जा रहा है, जो कतई सफल नही होगा, क्योंकि दलित आप सरकार से न्याय मांग रहे हैं।

सरदार जसबीर गढ़ी ने कहा कि यह एक तथ्य है कि आप पार्टी ने अपने सभी आंदोलनों में जाति आधारित आरक्षण का लगातार विरोध किया है। उन्होने कहा, ‘‘ यह रिकाॅर्ड की बात है कि आप सरकार द्वारा 178 कानून अधिकारियों की भर्ती के दौरान अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए एक भी सीट आरक्षित नही करने के बाद बसपा के आंदोलन के बावजूद आप सरकार ने उच्च न्यायालय को लिखित रूप से बताया कि उसने ऐसा इसीलिए किया क्योंकि अनुसूचित जाति के उम्मीदवार इस काम को करने के काबिल नही हैं’’।

श्री गढ़ी ने कहा कि आप सरकार अनुसूचित जाति के साथ अनुसूचित जाति सब प्लान में भी भेदभाव कर रही है। उन्होने कहा कि 2 लाख करोड़ रूपये के बजट में केवल 16 हजार करोड़ रूपये एस सी समुदाय के लिए रखे गए हैं जो बजट का सात फीसदी है, जबकि यह राज्य में दलितों की आबादी को ध्यान में रखते हुए बजट का कम से कम 40 फीसदी होना चाहिए था।

इस अवसर पर मौजूद शिअद-बसपा उम्मीदवार डाॅ. सुखविंदर कुमार सुक्खी ने वित्त मंत्री से अनुसूचित जाति समुदाय के पक्ष में फैसले लेने की मांग करते हुए कहा कि आप पार्टी नैतिकता के बारे सिर्फ बात कर सकती है। उन्होने कहा, ‘‘ यह वही पार्टी है जिसने सड़कों पर महिलाओं सहित सरकारी कर्मचारियों को तब पीटा था जब वे अपने उचित अधिकारों के लिए आंदोलन कर रहे थे। इस सरकार ने एक टेलीविजन पत्रकार को केवल इसीलिए जेल में डाल दिया, क्योंक उसने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर किए गए 44 करोड़ रूपये के नवीनीकरण का खुलासा किया था।

डाॅ. सुखविंदर सुक्खी ने आप पार्टी के वित्तमंत्री से वोट मांगने से पहले दलितों को उनका हक देने की मांग करते हुए कहा, ‘‘ श्री हरपाल चीमा द्वारा लगाए गए सभी आरोप हताशा से पैदा हुए हैं, क्योंकि उन्हे पता है कि अनुसूचित जाति समुदाय मतदान के दिन आप पार्टी के उम्मीदवार को बाहर का रास्ता दिखा देगा’’। उन्होने चुनाव आयोग से सरदार बिक्रम मजीठिया से जुड़े दयालपुरा मामले में अकाली दल द्वारा कल दायर शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने की भी अपील की।

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