पंजाब : सी.एम. मान ने गुरबाणी प्रसारण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा एक्ट 1925 में बराडकास्ट कोई शब्द नहीं है। उन्होंने कहा कि एस.जी.पी.सी. पर एक ही परिवार का कब्जा है। गुरु की शिक्षा का प्रचार-प्रसार फ्री करना चाहिए।
गुरबाणी प्रचार फ्री टू एयर क्यों नहीं होनी चाहिए। सी.एम. मान ने तंज कसते हुए कहा कि जैसे मसंदों से गुरुद्वारे छुड़वाए थे ऐसे ही मॉडर्न मसंदों से गुरबाणी छुड़ाएंगे। उन्होंने कहा कि टेंडर पहले नहीं होते थे। अब टेंडल बनाकर गुरबानी की बोली लगाई जाएगी। जो ज्यादा अमीर होगा वह ले जाएगा, फिर उसका चैनल चलेगा और सारे घरों में उसे टेलीकॉस्ट किया जाएगा।
2012 में 11 वर्ष के लिए सचखंड श्री दरबार साहिब से जो बाणी आती है उसके प्रसारण के अधिकार छीन लिए गए। सी.एम. मान ने कहा कि आपको बता देंकि जुलाई 2023 में गुरबाणी प्रसारण एग्रीमेंट खत्म हो रहा है बादलों के चैनल से। इसलिए उन्होंने कहा कि अगर इस बार कुछ नहीं किया गया तो एक बार फिर 10-11 साल तक फिर गहने रख दिया जाएगा। सी.एम. मान कहा कि इसके लिए उन्होंने बड़े-बड़े वकीलों से बात की और सलाह-मशविरा लिया।
सी.एम. मान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का एक आर्डर है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह इंटरस्टेट नहीं बल्कि स्टेट एक्ट है। उन्होंने कहा कि अगर धामी साहब सुन रहे हैं तो सुनें कि यह एक स्टेट एक्ट है। वह इसमें कोई संशोधन नहीं कर रहे और न ही कोई बदलाव कर रहे हैं।
वह गुरबाणी प्रसारण किसी सरकारी अदारे को नहीं दे रहें। उन्होंने कहा कि श्री आनंदपुर साहिब बारे फैसले पंजाब ले। जब फायदा हो रहा हो तो दिल्ली से फैसला ले, अगर नुकसान हो रहा है तो भगवंत मान बुरा हो गया। बता दें कि एस.जी.पी.सी. की फाइल सुप्रीम कोर्ट ने सस्पेंड की थी। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा एक्ट तब तक सेंटर के पास रहेगा जब पंजाब उन्हें कानूनी तौर से नहीं ले लेता। उन्होंने कहा कि उनकी कोई दो राय नहीं, यह स्टेट एक्ट है।